मामी की मांग भरी वीर्य से (Mami Ki Maang Bhari Veerya Se)

मैं Golu हूं, एक 30 साल का युवक, जो Jaipur में रहता है, और अब तक एकांत है। मेरी लंबाई 5 फीट 8 इंच है, और मेरा रंग गोरा है। मेरा लिंग 7.5 इंच लंबा और 3.5 इंच मोटा है। मेरे दोस्तों, मुझे हमेशा से औरतों की गहरी और लंबी नाभि का शौक है। वह नाभि जो इतनी बड़ी हो कि उसमें नींबू चला जा सके, चाहे वह किसी भी औरत, आंटी, भाभी या दीदी की हो। मुझे उसे चूसने, चाटने, काटने और बस उसके पास बैठने का मन करता है। नाभि देखते ही मेरा दिल मचल जाता है

Rekha

यह कहानी 2022 में है, जब मैं 23 साल का था। मैं Jaipur में था और कुछ दोस्तों के साथ झगड़े की वजह से पापा ने मुझे पढ़ाई के लिए दिल्ली भेज दिया। वहाँ पहुँच कर मैं पहली बार अपने मामा के घर गया था। मैं 10 जून 2022 को निकला और 11 जून की सुबह दिल्ली पहुँच गया। मामा ने अपने ड्राइवर को मुझे घर लाने के लिए भेजा था। गाड़ी से घर पहुँचते ही मेरी मामी बाहर आईं। उन्होंने मुझे गेट पर रोक लिया और बोलीं, “रुक जा, Golu” फिर वो आरती की थाली लेकर आईं, मेरी आरती उतारी, और बोलीं, “अब अंदर आ जा।”

मेरी मामी का नाम Rekha है, उम्र 32 साल, रंग गोरा, और जिस्म ऐसा कि कोई भी देखकर पागल हो जाए। उनका फिगर 36-30-32 का था, बिल्कुल वैसा जैसा मुझे पसंद है। जैसे ही वो अंदर की ओर बड़ीं, उनकी कमर पर टंगा चाबी का गुच्छा नीचे गिर गया। जब वो उसे उठाने के लिए झुकीं, उनकी साड़ी थोड़ी सरक गई, और मुझे उनके गोरे, भरे हुए बूब्स दिख गए। वाह, क्या नजारा थ ‘बिल्कुल पके पपीते की तरह, नरम और रसीले। जैसे ही वो उठीं, उनकी साड़ी और हटी, और मैंने उनकी नाभि देख ली। करीब 2 इंच गहरी, 3 इंच लंबी, एकदम गोल। उसे देखकर मेरा लंड धीरे-धीरे टाइट होने लगा। मन में ख्याल आया कि शायद Mami अपनी नाभि रोज मामा के लंड से चुदवाती होंगी, तभी इतनी गहरी है। मैं नजरें नीचे करके अंदर चला गया।

Mami ने कहा, “बैठ जाओ, मैं नाश्ता लाती हूँ।” मैंने पूछा, “मामा कहाँ हैं?” उन्होंने बताया कि मामा काम से mumbai गए हैं और 1 महीने बाद लौटेंगे। यह सुनकर मैं खुश हो गया। मन में ख्याल आया कि शायद अब मामी के साथ ज़्यादा वक्त बिता पाऊँगा।

शाम हुई, फिर रात। मैं अपने कमरे में था जब मामी ने आवाज़ दी, “Golu, खाना खा लो!” मैं डाइनिंग रूम में पहुँचा। वहाँ मामी ने फिट जीन्स और एक टॉप पहना हुआ था। उनका पहनावा स्टाइलिश था, लेकिन सादगी भरी हुई। खाने के दौरान मेरी नज़र कभी-कभी उनकी तरफ चली जाती, और एक बार उन्होंने मुझे देख लिया। मैं शर्मा गया और जल्दी से खाने पर ध्यान देने लगा।

खाना खाने के बाद मैं अपने कमरे में चला गया। रात करीब 9 बजे Mami ने फिर आवाज़ दी, “Golu, इधर आओ!”

मैं उनके कमरे में पहुँचा। वहाँ उन्होंने एक हल्के रंग की मैक्सी पहनी हुई थी, जो उनके स्टाइलिश अंदाज़ को दर्शाती थी। वो मुस्कुराते हुए बोलीं, “क्या दूर से ही खड़ा रहेगा? आओ, यहाँ बैठो।”

मैंने पूछा, “Mami, आपने मुझे बुलाया?”

  • वो बोलीं, “अकेले सोने में थोड़ा अजीब लगता है। सोचा, तुम यहीं आराम से सो जाओगे तो मुझे भी अच्छा लगेगा।”
  • मैंने कहा, “ठीक है, मैं सोफे पर सो जाता हूँ।”
  • वो तुरंत बोलीं, “नहीं, सोफे पर क्यों? यहाँ बिस्तर पर ही आराम से सो जाओ।”
  • मैं हिचकिचाया, “Mami, ऐसा ठीक होगा?”
  • वो हँसकर बोलीं, “क्यों नहीं? हम परिवार हैं ना? तुम्हें आराम से sona चाहिए।”
  • मैंने मुस्कुराते हुए कहा, “ठीक है, फिर Aaj रात यहीं सोता हूँ।”

मैं उनके बिस्तर पर लेट गया। Mami ने पूछा, “सो गया क्या?” मैंने कहा, “नहीं।”

  • फिर वो बोलीं, “कुछ अपने बारे में बताओ। तुम्हारी कोई Girlfriend है?”
  • मैंने कहा, “नहीं, Mami, मेरी कोई Girlfriend  नहीं है।”
  • वो हँसते हुए बोलीं, “तो क्या तुमने कभी रिश्ते जैसी कोई बात की है?”
  • मैं थोड़ा चौंका, “Mami , आप ये क्यों पूछ रही हैं?”
  • वो बोलीं, “बस पूछ रही हूँ। तुम्हारी उम्र में लोग अक्सर ऐसी बातें सोचते हैं।”
  • मैंने कहा, “नहीं, मैंने कभी ऐसा कुछ नहीं किया।”
  • वो मुस्कुराईं, “ठीक है, बस यही जानना चाहती थी। अब सो जाओ, अच्छी नींद लो।”
  • मैंने भी मुस्कुराकर कहा, “आप भी अच्छे से सोएँ, mami ।”

मैंने सोचा, ये मौका हाथ से न जाने दूं। मैंने हिम्मत करके कहा, “ठीक है, लेकिन मेरी एक शर्त है। मैं आपके साथ प्यार भरा रिश्ता चाहता हूँ, जैसे जीवनसाथी के साथ होता है।” मामी मुस्कुराईं, “वाह, कितना प्यारा ख्याल है! मुझे अच्छा लगा। ठीक है, मैं तैयार होकर तुम्हें बुलाती हूँ।”

मैंने सोचा, यह अवसर गंवाना उचित नहीं है। मैंने हिम्मत जुटाकर कहा, “ठीक है, लेकिन मेरी एक शर्त है। मैं आपको शादी के जोड़े में, सुहागरात की तरह संभोग करना चाहता हूँ।” Mami मुस्कुराईं, “वाह, यह बहुत आकर्षक विचार है! मुझे बहुत पसंद आया। ठीक है, मैं एक घंटे में तैयार होकर तुझे बुलाती हूँ।”

मैंने पूछा, “Rekha , इतनी गहरी तेरी नाभि कैसे है?” उसने कहा, “अब मुझे Mami मत कह, सिर्फ Rekhaकह। और तुम, तू बोल। ठीक है?” मैंने कहा, “ठीक है।” तब उसने कहा, “तेरे मामा मेरी नाभि रोज चूसते, चाटते, और उसमें लंड डालकर चोदते हैं। इसीलिए इतनी गहरी है।” मैंने कहा, “मुझे तुम्हारी नाभि बहुत अच्छी लगती है।” उसने कहा, “तो अब देर क्यों? Janu , चाट, चूस, और मजे ले!

मैंने उनकी पेट के निचे जीभ घुमाई। Rekhaचिल्लाने लगी, “ओहह… आउच… और अंदर जीभ घुसा… दर्द हो गया!” मैंने उनकी पेट को चाटना शुरू किया, जीभ को घुमाया। वो बोली, “हाँ, Jaanu … और ज्यादा… आउच… मजा आ रहा है!” मैंने उनकी पेट में हल्के से दांत गुसाये। वो बोली, “हाँ, छाट… लाल कर दो… दर्द हो रहा है!” मैंने उनकी पेट में उंगली डाली, घुमाई। Rekha ने मेरी उंगली पकड़कर और अंदर दबाई, “हाँ, ऐसे ही… और अंदर… ओहफ… दर्द हो गया!”

मैंने फिर उनकी नाभि में चॉकलेट रखी और चाटते हुए नाभि में भर लिया। Rekha चीखीं, “आआह्ह्ह… ऊऊईईई… Jaanu , कितना मजा दे रहे हो!” मैंने उनकी पीठ पर चूमना शुरू किया और उनकी चोली की डोरियाँ खोल दीं। चोली हटते ही उनके बूब्स बाहर आ गए। मैं उन्हें जोर-जोर से चूसने लगा और Rekha सिसक रही थीं, “आआह्ह्ह… और जोर से… ऊऊईईई… दबा… चूस… मेरा दूध निकाल दे!” मैंने उनके निप्पल्स को मुँह में लिया, हल्के से काटा। वो चिल्लाईं, “हाँ, जानू… ऐसे ही… ऊऊफ्फ… मर गई!”

मैंने उसका लहंगा खोला और उसने सिर्फ पैंटी पहनी थी जो भीग गई थी। मैंने उसकी पैंटी उतारी, लेकिन उसने कहा, “नहीं, आज चूत नहीं। मुझे सिर्फ नाभि सेक्स करना है। मेरे बूब्स दबाओ, दूध निकालो, और नाभि में चोदो और गहरा करो।” मैंने कहा, “तू हर तरह से सेक्सी है, Rekha,” मैंने अपना लंड उसकी नाभि में डाला। उसने कहा, “मजा नहीं आ रहा।” फिर उसने मेरा लंड पकड़ा और मुठ मारने लगी, “तेरे मामा ने मुझे कभी लंड चूसने नहीं दिया। मुझे तेरा लंड चूसना है।” मैंने कहा, “चूस, मेरी जान!”

Rekha ने मेरा लंड मुँह में लिया और चूसने लगीं। “वाह, तेरा लंड बहुत बड़ा है, मेरे मामा के तो आधे भी नहीं है!” वो जोर-जोर से चूस रही थीं, “चप… चप… स्स्स…” 20 मिनट तक चूसने के बाद मैंने कहा, “Rekha, मैं झड़ने वाला हूँ!” वो बोलीं, “प्लीज, मेरे मुँह में ही अपना सारा पानी छोड़ दे। मुझे तेरे लंड का पानी पीने की बहुत इच्छा है।” मैंने अपना गरम-गरम वीर्य उनके मुँह में डाल दिया। Rekhaने उसे चूस-चूसकर पी लिया, और फिर मेरी ओर देखकर मुस्कुराईं, “आह्ह, तेरा वीर्य बहुत स्वादिष्ट है, जानू!”

मेरे लंड सिकुड़ गया था, और मैं उदास हो गया था क्योंकि मैं अभी नाभि को चोद नहीं पा रहा था। फिर Rekha ने मेरे लंड पर मुठ मारने लगी और चूसने लगी। उसके होंठों और जीभ से मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया। तब Rekha ने कहा, “अब इसे जल्दी से मेरी नाभि में डाल!” मैंने उनका लहंगा और सरकाया, और फिर मैंने उनकी गहरी नाभि में अपना लंड डाला। फिर मैंने धीरे-धीरे चोदना शुरू किया। Rekha के मुँह से आवाज़ निकलने लगी, “आआह्ह्ह… ऊऊक्क… आईईईई… उईईई… माँ, और तेज चोद मेरी नाभि को!”

मैंने अपनी गति बढ़ाई और हर धक्के के साथ Rekha की सिसकियाँ तेज होती गईं, “हाँ… और जोर से… ऊऊफ्फ… चोद दे मेरी नाभि को… आआह्ह्ह!” उनकी नाभि इतनी टाइट थी कि मेरा लंड उसमें जकड़ गया था। मैं लगातार चोदता रहा और Rekha चिल्ला रही थीं, “हाँ, जानू… और गहरा… मेरी नाभि को और बड़ा कर दे… ऊऊईईई!” करीब 30 मिनट तक मैं उनकी नाभि को चोदता रहा। Rekha बार-बार कह रही थीं, “हाँ, और चोद… मैं रोज तुझसे चुदवाऊँगी!” आखिरकार मैं झड़ने वाला था। Rekha बोलीं, “सारा वीर्य मेरी नाभि में भर दे!” मैंने अपने लंड से गरम-गरम वीर्य की पिचकारी उनकी नाभि में मारी। उनकी नाभि वीर्य से लबालब भर गई, और कुछ बूँदें बाहर बहने लगीं।

Rekha ने मेरे वीर्य को उठाकर उंगली से अपनी मांग में लगा दिया। उसने कहा, “तूने मेरी मांग सिन्दूर से भरी है, अब वीर्य से भर दिया। अब मैं तेरी हो गई हूँ।” फिर उसने बचा हुआ वीर्य अपने पेट पर लगाया और कहा, “इससे मेरा जिस्म और निखरेगा।” फिर मैं थककर उसके बगल में लेट गया।

 

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